The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
Devotees who chant these verses with intensive really like turn out to be prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to get small children, have their needs fulfilled after partaking of Shiva-Prasad with religion and devotion.
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
बृहस्पतिदेव की कथा
प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया Shiv chaisa दूर होती हैं ।
काम की बात श्रीराम शलाका मध्यप्रदेश एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। Shiv chaisa छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥